पीएमइंडिया
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने एक संस्कृत सुभाषितम साझा किया-
“गते शोको न कर्तव्यो भविष्यं नैव चिन्तयेत्।
वर्तमानेन कालेन वर्तयन्ति विचक्षणाः।”
मतलब, किसी को अतीत पर शोक नहीं करना चाहिए और न ही भविष्य के बारे में चिंता करनी चाहिए। बुद्धिमान व्यक्ति केवल वर्तमान में ही कार्य करते हैं।
प्रधानमंत्री ने एक्स पर लिखा;
“गते शोको न कर्तव्यो भविष्यं नैव चिन्तयेत्।
वर्तमानेन कालेन वर्तयन्ति विचक्षणाः।”
गते शोको न कर्तव्यो भविष्यं नैव चिन्तयेत्।
वर्तमानेन कालेन वर्तयन्ति विचक्षणाः॥ pic.twitter.com/DsAfM1m5UC
— Narendra Modi (@narendramodi) December 22, 2025
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पीके/केसी/एके/एसएस
गते शोको न कर्तव्यो भविष्यं नैव चिन्तयेत्।
— Narendra Modi (@narendramodi) December 22, 2025
वर्तमानेन कालेन वर्तयन्ति विचक्षणाः॥ pic.twitter.com/DsAfM1m5UC